कोरबा/सीजी एनएन 24 न्यूज: कोरबा जिले के कुसमुंडा क्षेत्र में एक विवादास्पद घटना सामने आई है, जहां नीलकंठ आउटसोर्सिंग कंपनी के परिसर में महिला बाउंसरों द्वारा एक युवक की कथित पिटाई का वीडियो वायरल हो गया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि तीन से चार महिला बाउंसर युवक के साथ मारपीट कर रही हैं और अंत में उसकी शर्ट खींचते हुए उसे जबरन ले जाती हैं।
पीड़ित युवक समीर पटेल जो जटराज गांव का निवासी है उसने दावा किया है कि वह बीते तीन वर्षों से नीलकंठ कंपनी में पीसी मशीन हेल्पर के तौर पर काम कर रहा है। उसका आरोप है कि कंपनी ने उसे प्रमोशन देने का वादा किया था, लेकिन उसे लगातार नजरअंदाज किया गया। इसी संबंध में अपनी बात रखने वह शनिवार को कार्यालय गया था, जहां महिला बाउंसरों ने उससे कथित तौर पर दुर्व्यवहार किया।
दूसरी ओर नीलकंठ कंपनी का कहना है कि युवक नशे की हालत में था और उसने कार्यालय में मारपीट की। कंपनी की शिकायत पर कुसमुंडा थाने में युवक के खिलाफ FIR दर्ज कराई गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और वायरल वीडियो की भी पुष्टि की जा रही है।
वायरल वीडियो में महिला बाउंसर्स इंडियन आर्मी कमांडो जैसी टी-शर्ट पहने नजर आ रही हैं, जिस पर ‘लेडी बाउंसर आर्मी’ लिखा हुआ है। कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर इसे सेना की वर्दी जैसा बताकर आपत्ति जताई है और इसे तिरंगे का अपमान करार दिया है।
25 दिन पहले भी सामने आया था बाउंसरों का विवाद
यह पहली बार नहीं है जब नीलकंठ कंपनी की महिला बाउंसरों पर सवाल उठे हों। लगभग 25 दिन पहले भू-विस्थापित किसानों के साथ भी कथित अभद्रता का मामला सामने आया था। उस समय भी वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें महिला बाउंसर स्थानीय किसानों को हटने के लिए कहती दिखीं थीं।
स्थानीय आक्रोश और संगठन की चेतावनी
इन दो घटनाओं के बाद इलाके में नाराजगी बढ़ गई है। कुसमुंडा महतारी अंगना में आयोजित बैठक में स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों ने महिला बाउंसरों की तैनाती पर रोक लगाने की मांग की। छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने इस घटना को लेकर कंपनी को पत्र लिखते हुए महिला बाउंसरों की भर्ती पर प्रतिबंध लगाने और जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग की है।
वीडियो वायरल होते ही सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है। इंस्टाग्राम और फेसबुक पर लोगों ने महिला बाउंसर्स की कार्यशैली, ड्रेस कोड और योग्यता पर सवाल उठाए हैं।
