नगर निगम कोरबा में वर्ष 2016 से 2022 के बीच बड़े पैमाने पर हुआ भ्रष्टाचार

कोरबा:  नगर निगम कोरबा में वर्ष 2016 से 2022 के बीच बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया गया है। अपने निजी स्वार्थों की सिद्धी के लिए अधिकारियों ने काफी अनियमितता बरती जिसका परिणाम यह हुआ है कि निकाय की आर्थिक स्थिती कमजोर बनी रही। यह खुलासा कैग की रिपोर्ट में हुआ है, जिसे हाल ही में छत्तीसगढ़ विधानसभा में पेश किया गया। रिपोर्ट में बताया गया है कि ठेकेदारों और कॉलोनाइजरों को फायदा पहुंचाने की वजह से निकायों की वित्तीय स्थिति कमजोर बनी रही।

इस पूरे मामले में नगर निगम के पूर्व कार्यपालन अभियंता व रिटायर हो चुके आर.के.माहेश्वरी व वर्तमान में निगम के अधिकारी राहुल मिश्रा का नाम मुख्य रुप से सामने आ रहा है। जिनके संरक्षण में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया। जांच पड़ताल में सामने आई है, कि एक ठेकेदार को प्री-स्ट्रेस्ड सीमेंट पाइप्स की आपूर्ति के लिए ऊंची दरों पर भुगतान किया गया, जिससे सरकार को 7.88 करोड़ रुपए का अतिरिक्त व्यय उठाना पड़ा, बताया गया कि बिना योजना और आवश्यकता के यह सब काम किया गया वर्तमान मे इनके द्वारा जितने भी प्रोजेक्ट पर काम कराये जा रहे है सभी मे जमकर भ्रष्टाचार हो रहा जिसकी यदि जांच हो तो अब इससे भी बड़े मामले का खुलासा होगा। अब जब बड़ा भ्रष्टाचार उजागर हुआ है तो कार्रवाई को लेकर शासन का क्या रुख होता है यह देखने वाली बात होगी।

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